बिहार के लड़के साकिबुल गनी ने प्रथम श्रेणी में ट्रिप सेंचुरी के साथ विश्व रिकॉर्ड बनाया

प्रथम श्रेणी डेब्यू पर तिहरा शतक बनाने वाले दुनिया के पहले बल्लेबाज साकिबुल गनी (मोतिहारी,बिहार) ने कोलकाता के जादवपुर यूनिवर्सिटी कैंपस 2 ग्राउंड में मिजोरम के खिलाफ रणजी ट्रॉफी प्लेट ग्रुप मैच में 56 चौकों और 2 छक्कों की मदद से सिर्फ 405 गेंदों पर 341 रन बनाए। उनका स्ट्राइक रेट 84.20 का बनाए रखा।

अपने किसान पिता द्वारा रोके गए, अजय रात्रा (भूतपूर्व विकेट कीपर) तराशे गए , साकिबुल गनी ने अपने राज्य का नाम इतिहास के पन्नो में स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज करा दिया।

THANKS SAKIBUL GANI FOR GIVING US CHANCE TO ENJOY THIS PROUD BIHARI MOVEMENT

बिहार को मिला पहला ज़ू सफारी ,CM नीतीश ने किया उद्घाटन

बिहार में पर्यटको को मिला आज एक उपहार CM ने नालंदा के राजगीर स्थित जू सफारी का आज उद्घाटन किया।
यहां जंगली जानवर खुले में घूमते दिखेंगे, जबकि पर्यटक पिंजरेनुमा बंद बस में घूमेंगे। 250 रुपए की टिकट लेकर जू सफारी का आनंद ले सकते हैं। सैलानी घर बैठेऑनलाइन टिकट भी बुक करा सकते हैं।इसके लिए एक वेबसाइट rajgirzoosafari.in भी उपलब्ध है। जू सफारी के अंदर सुरक्षा के लिए वन विभाग के पुलिसकर्मी के साथ-साथ हर जगह CCTV कैमरे लगाए गए हैं ताकि सुरक्षा व्यवस्था में किसी तरह की कोई भूल ना हो।

  • 250 रुपए का टिकट लेकर जू सफारी का ले सकेंगे आनंद।
  • rajgirzoosafari.in पर घर बैठे Online टिकट बुक करा सकते हैं।
  • एशियाई शेर समेत पांच प्रजाति के जंगली जीवों को यहां रखा गया ।
  • प्रदर्शनी हॉल का भी निर्माण कराया गया है।
  • बच्चों को खेलने के लिए पार्क का भी निर्माण कराया गया है।

The Seven Martyr at Patna Secretariat – 1942

भारत माता के सपूतों के नामों :
11 अगस्त 1942 को पटना के पास सचिवालय भवन में भारत का झंडा फहराने वाले सात शहीदों को सलाम |

1.उमाकांत प्रसाद सिन्हा (रमन जी) - राम मोहन राय सेमिनरी, कक्षा IX, नरेंद्रपुर, सारण

2.रामानंद सिंह - राम मोहन राय सेमिनरी, कक्षा IX, सहादत नगर, पटना

3.सतीश प्रसाद झा - पटना कॉलेजिएट स्कूल, दसवीं कक्षा, खदहारा, भागलपुर

4.जगतपति कुमार - बिहार नेशनल कॉलेज, द्वितीय वर्ष, खराटी, औरंगाबाद

5.देवीपाड़ा चौधरी - मिलर हाई इंग्लिश स्कूल, कक्षा IX, सिलहट, जमालपुर

6.राजेंद्र सिंह - पटना हाई इंग्लिश स्कूल, दसवीं कक्षा, बनवारी चक, सारण

7.रामगोविंद सिंह - पुनपुन हाई इंग्लिश स्कूल, नौवीं कक्षा, दशरथ, पटना
seven martyr Bihar

गोलियों को हंसते-हंसते अपने सीने में समा लिया: सतीश प्रसाद झा

बांका जिले में शहीदों के नाम आते ही सतीश प्रसाद झा के नाम लोगों के जुबां पर बरबस ही आ जाते हैं। इनका नाम भारत माता के उन सपूतों के नामों में शुमार रहे हैं जो गुलाम भारत को आजाद कराने में देश के अन्य रणबांकुरों की तरह अपनी-अपनी कुर्बानियां दे दी थी।11 अगस्त 1942 को पटना के पास सचिवालय भवन में भारत का झंडा फहराने वाले सात शहीदों में से एक थे सतीश प्रसाद झा


सतीश चंद्र झा आजादी की लड़ाई में महज 17 साल की छोटी उम्र में अंग्रेजों की गोलियों को हंसते-हंसते अपने सीने में समा लिया थे। पटना के उस समय के जिलाधिकारी डब्ल्यू जी आर्थर के आदेश पर पुलिस ने गोलियां चलाई थीं। इसमें लगभग 13 से 14 राउंड गोलियों की बौछार हुई थी

देश की आजादी के लिए बलिदान देने वाले शहीद सतीश ने 11 अगस्त 1942 को भारत की आजादी के लिए अपने प्राणों को न्यौछावर कर, अंग्रेजों से लोहा लेते हुए शहादत को गले लगाया।शहीद स्मारक सात शहीदों की एक जीवन-आकार की मूर्ति है जिसे आज भी पटना में सचिवालय भवन के बाहर देखा जा सकता है। इन युवाओं ने भारत छोड़ो आन्दोलन (अगस्त 1942) में सचिवालय भवन पर राष्ट्रीय ध्वज फहराते हुए अपने जीवन का बलिदान दिया था।

stamp on seven martyr of Patna

Rohtas-Sunlight-Watch

रोहतास जिले के डेहरी ऑन सोन में आज भी लगभग डेढ़ सौ वर्ष पुरानी धूप घड़ी प्रयोग में है।यह घडी सूर्य की धूप से काम करती है।धूप घड़ी में हिन्दी और रोमन के अंक अंकित हैं। डेहरी के ¨सचाई यांत्रिक प्रमंडल स्थित यह धूप घड़ी, जिसे ब्रिटिश शासन काल में 1871 में स्थापित बनाया गया था, आज भी स्थानीय लोगों के समय देखने के काम आती है। तब अंग्रेजों ने अपने अधीन कार्यरत कामगारों को समय का ज्ञान कराने के लिए इस घड़ी का निर्माण कराया था। जिसे एक चबूतरे पर स्थापित किया गया है। हालांकि सरकार और विभाग की उदासीनता के कारण इस धरोहर को नुकसान पहुंच रहा है।बिहार सरकार को इस धरोहर को बचाने के लिए कोई मजबूत कदम उठाना चाहिए नहीं तो आनेवाली पीढ़ी धूप घड़ी से वंचित हो जाएगी।

Begusarai

बेगूसराय जिला  बिहार राज्य में स्थित एक जिला है जिले का नाम नाम बेगम (रानी) + सराय (सराय) से बेगूसराय पड़ा है जो शहर के केंद्र में एक इमारत है। बेगूसराय जिला  बिहार का एक महत्वपूर्ण वाणिज्यिक केंद्र है।  यहां मुख्यतः उद्योग कपड़ा, डिब्बाबंद फल, डेयरी उत्पाद, वनस्पति तेल, रसायन और कागज का उत्पादन करते हैं।  यह जिला प्रसिद्ध हिंदी कवि राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर का जन्मस्थान भी  है।