बिहार में ईसाई जनसंख्या 2011 की जनगणना के अनुसार लगभग 1,29,247 है, जो राज्य की कुल जनसंख्या (10.4 करोड़ से अधिक) का लगभग 0.12% है।
बिहार के पुराने चर्च: बिहार के ये ऐतिहासिक चर्च ईसाई समुदाय की सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहर को दर्शाते हैं।
बिहार के पुराने चर्च: बिहार के ये ऐतिहासिक चर्च ईसाई समुदाय की सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहर को दर्शाते हैं।
जीवन परिचय करपूरी ठाकुर का जन्म 24 जनवरी 1924 को बिहार के समस्तीपुर जिले के पितौंझिया (अब करपूरी ग्राम) गाँव में हुआ। उनके माता-पिता का नाम गोपाल ठाकुर और रामदुलारी देवी था। वे नाई समाज से संबंध रखते थे। महात्मा गांधी और सत्यनारायण सिन्हा से प्रेरित होकर उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में हिस्सा लिया। उन्होंने आल … Continue reading “करपूरी ठाकुर: जननायक और समाजवादी नेता की जीवनगाथा”
दरोगा प्रसाद राय का जन्म 2 सितंबर 1922 को बिहार के एक छोटे से गाँव में हुआ था। एक साधारण किसान परिवार में जन्मे दरोगा प्रसाद ने अपनी बुद्धिमानी और संघर्षशीलता से खुद को राजनीति के शिखर तक पहुंचाया। उन्होंने भारतीय राजनीति में अपनी एक अलग पहचान बनाई, खासकर बिहार में। प्रारंभिक जीवन और शिक्षा … Continue reading “दरोगा प्रसाद राय: एक प्रेरणादायक राजनेता की कहानी”
हरिहर सिंह (1925-1994) एक प्रतिष्ठित भारतीय राजनेता और बिहार के 9वें मुख्यमंत्री थे। उन्होंने 1969 में भोलापसवान शास्त्री के बाद मुख्यमंत्री पद संभाला। उनका कार्यकाल हालांकि कुछ ही महीनों का रहा, लेकिन राजनीतिक इतिहास में महत्वपूर्ण है। हरिहर सिंह ने एक कांग्रेस-नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार का नेतृत्व किया। उनके कार्यकाल के दौरान गठबंधन में शामिल … Continue reading “हरिहर सिंह: बिहार के 9वें मुख्यमंत्री और भोजपुरी कवि”
भोलापसवान शास्त्री (21 सितंबर 1914 – 10 सितंबर 1984) एक भारतीय स्वतंत्रता सेनानी और तीन बार बिहार के मुख्यमंत्री रह चुके थे। वे बिहार के पहले अनुसूचित जाति (SC) के मुख्यमंत्री और भारत के 8वें मुख्यमंत्री थे, जो सामाजिक रूप से पिछड़े वर्ग के सशक्तिकरण के लिए काम करते रहे। भोलापसवान का जन्म बिहार के … Continue reading “भोलापसवान शास्त्री: बिहार के पहले दलित मुख्यमंत्री का जीवन परिचय”
बिन्देश्वरी प्रसाद मंडल (25 अगस्त 1918 – 13 अप्रैल 1982) एक भारतीय राजनेता और मंडल आयोग के अध्यक्ष थे। वे बिहार के मधेपुरा जिले के एक समृद्ध यादव जमींदार परिवार से थे। उन्होंने 1968 में बिहार के सातवें मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया, हालांकि उन्होंने केवल 30 दिनों में ही पद से इस्तीफा दे … Continue reading “बाबू बिन्देश्वरी प्रसाद मंडल का जीवन परिचय”
सतीश प्रसाद सिंह (1 जनवरी 1936 – 2 नवंबर 2020) एक भारतीय राजनीतिज्ञ थे। वे 1968 में केवल 5 दिनों के लिए बिहार के मुख्यमंत्री बने। वे बिहार के पहले मुख्यमंत्री थे जो अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) से संबंधित थे। जीवनी सतीश प्रसाद सिंह कोइरी समुदाय से आते थे। उनकी बेटी सुचित्रा सिन्हा का विवाह … Continue reading “सतीश प्रसाद सिंह: बिहार के सबसे कम समय तक मुख्यमंत्री रहे नेता”
महामया प्रसाद सिन्हा (1 मई 1909 – 1987) एक भारतीय राजनेता थे। वे मार्च 1967 से जनवरी 1968 तक बिहार के पांचवें मुख्यमंत्री रहे, जो बिहार की पहली गैर-कांग्रेसी सरकार थी। सिन्हा महाराजा कामख्या नारायण सिंह और महाराज कुमार बसंत नारायण सिंह के अनुयायी थे और उनके राजनीतिक जन क्रांति दल के सदस्य थे। 1977 … Continue reading “महामया प्रसाद सिन्हा: बिहार के प्रथम गैर-कांग्रेसी मुख्यमंत्री”
कृष्ण बल्लभ सहाय (31 दिसंबर 1898 – 3 जून 1974), जिन्हें लोकप्रिय रूप से के. बी. सहाय के नाम से जाना जाता है, भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के प्रमुख सेनानी थे। स्वतंत्रता के बाद वे बिहार के राजस्व मंत्री बने और बाद में संयुक्त बिहार के चौथे मुख्यमंत्री बने। सहाय का भारतीय राजनीति में अहम योगदान … Continue reading “कृष्ण बल्लभ सहाय: भारतीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और बिहार के मुख्यमंत्री”
एक संक्षिप्त परिचय बिनोदानंद झा बिहार राज्य के तीसरे मुख्यमंत्री थे। उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की ओर से फरवरी 1961 से अक्टूबर 1963 तक इस महत्वपूर्ण पद को संभाला। प्रारंभिक जीवन और शिक्षा राजनीतिक जीवन मुख्यमंत्री के रूप में योगदान विरासत बिनोदानंद झा बिहार के इतिहास में एक महत्वपूर्ण व्यक्ति हैं। उनके योगदान को हमेशा … Continue reading “बिहार के तीसरे मुख्यमंत्री: बिनोदानंद झा”