केदार पांडे: स्वतंत्रता सेनानी और राजनेता

Kedar Pandey

मंत्री पद

  • ग्रामीण विकास मंत्री (12 नवंबर 1980 – 14 जनवरी 1982)
  • रेल मंत्री (12 नवंबर 1980 – 14 जनवरी 1982)
  • सांसद, लोकसभा (6 जनवरी 1980 – 3 जुलाई 1982) – बेतिया निर्वाचन क्षेत्र

राजनीतिक यात्रा
केदार पांडे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रमुख नेता थे और बिहार के मुख्यमंत्री भी रहे। 1972 से 1973 तक बिहार के 12वें मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया। उन्होंने भारतीय राजनीति में महत्वपूर्ण योगदान दिया और रेलवे और ग्रामीण विकास मंत्रालयों की जिम्मेदारी निभाई।

व्यक्तिगत जीवन
केदार पांडे का जन्म 14 जून 1920 को बिहार के पश्चिम चंपारण जिले के तौलाहा गांव में हुआ था। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा परोराहा गांव में की। बाद में, उन्होंने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से M.Sc. और LL.B. की डिग्री प्राप्त की। पांडे जी ने वकालत की शुरुआत 1945 में की थी।

स्वतंत्रता संग्राम में योगदान
केदार पांडे ने 1942 में स्वतंत्रता संग्राम में भाग लिया और बिहार कांग्रेस के युवा नेताओं में से एक थे। वे बिहार के प्रसिद्ध “यंग टर्क्स” ग्रुप के सदस्य थे, जिसमें अन्य प्रमुख नेता जैसे बिंदेश्वरी दुबे, भगवत झा आज़ाद, चंद्रशेखर सिंह और सीताराम केसरी शामिल थे।

राजनीतिक और सामाजिक कार्य

  • बिहार के स्वास्थ्य मंत्री (27 सितंबर 1973 – 11 अप्रैल 1975)
  • आपातकाल के बाद, पांडे जी को बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया।
  • 1980 में, उन्होंने बेतिया से लोकसभा चुनाव लड़ा और जीत प्राप्त की, इसके बाद वे केंद्रीय मंत्री बने।

समाज और परिवार
केदार पांडे ने 6 जून 1948 को श्रीमती कमला पांडे से विवाह किया। उनके परिवार में दो बेटे और दो बेटियाँ थीं, जिनमें से एक बेटे, डॉ. मनोज पांडे, ने भी राजनीति में कदम रखा।

निधन
केदार पांडे का निधन 3 जुलाई 1982 को नई दिल्ली में हुआ।

Leave a Reply