शहीद दिवस

शहीद दिवस, भारत में हर साल 23 मार्च को मनाया जाने वाला स्मरण दिवस है। यह भारत की स्वतंत्रता के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले वीर आत्माओं को श्रद्धांजलि देने का दिन है।

यह दिन भारत की स्वतंत्रता के लिए लड़ने वाले तीन महान भारतीय नेताओं - भगत सिंह, सुखदेव थापर और शिवराम राजगुरु की स्मृति को समर्पित है। 1931 में आज ही के दिन इन तीनों क्रांतिकारियों को ब्रिटिश औपनिवेशिक शासकों ने लाहौर जेल में फांसी पर लटका दिया था।

भगत सिंह, सुखदेव थापर, और शिवराम राजगुरु हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन (HSRA) के सदस्य थे, जो एक क्रांतिकारी संगठन था जिसका उद्देश्य भारत में ब्रिटिश शासन को उखाड़ फेंकना था। वे दिल्ली में केंद्रीय विधान सभा की बमबारी सहित अंग्रेजों के खिलाफ हिंसा के कई कृत्यों में सहायक थे।

शहीद दिवस पूरे भारत में बड़ी श्रद्धा और सम्मान के साथ मनाया जाता है। लोग शहीदों की प्रतिमाओं और स्मारकों पर फूल और माला चढ़ाकर उन्हें श्रद्धांजलि देते हैं। उनके बलिदानों का सम्मान करने और स्वतंत्रता और स्वतंत्रता के मूल्यों को बनाए रखने के लिए युवा पीढ़ी को प्रेरित करने के लिए विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम और कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं।

दिग्गज अभिनेता एवं फिल्म निर्देशक सतीश कौशिक जी के निधन की अत्यंत दुःखद सूचना मिली। उनके निधन से फिल्म जगत को अपूरणीय क्षति हुई है। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे।

दिग्गज अभिनेता एवं फिल्म निर्देशक सतीश कौशिक जी के निधन की अत्यंत दुःखद सूचना मिली। उनके निधन से फिल्म जगत को अपूरणीय क्षति हुई है। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे।

Happy Independence Day

समस्त देशवासियों को 76 वें स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। नमन उन समस्त वीर नायकों को जिन्होनें अपना बलिदान देकर माँ भारती की परतंत्रता की बेड़ियां तोड़ने में अपना समस्त न्योछावर कर दिया।

Bihar CBSE topper

दिग्गज पार्श्व गायक भूपिंदर सिंह जी के निधन

दिग्गज पार्श्व गायक भूपिंदर सिंह जी के निधन की दुःखद सूचना मिली। उनके निधन से संगीत जगत को अपूरणीय क्षति हुई है। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें। उनके परिवार और प्रियजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदना।

बिहारी जी का नया पता, बुद्ध मार्ग पटना, बिहार

पटना के बुद्ध मार्ग में देश का चौथा सबसे बड़ा इस्कॉन मंदिर बन कर तैयार |इसे बनने में बारह साल की लगे। अक्षय तृतीया के पवित्र दिन भव्य इस्कान मंदिर में बांके बिहारी विधिवत रूप से विराजमान हो गए।मंदिर परिसर में राधा-बांके बिहारी, सीताराम, लक्ष्मण एवं हनुमान गौर निताई आदि की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा की गई। मूर्ति की प्राणप्रतिष्ठा के बाद मंदिर को आम लोगों के लिए खोल दिया गया है ।

PATNA ISKCON TEMPLE

पटना को एक नया आध्यात्मिक केंद्र मिला और श्रद्धालुओं तथा पर्यटकों को भी एक सुन्दर मंदिर प्रांगण मिला। इस मंदिर में 84 कमरे और 84 पिलर बनाए गए हैं।यहां 84 संख्या,हिन्दू धर्म की मान्यता के अनुसार 84 योनियों को दरशा रहा है इन 84 खंभों की परिक्रमा करने पर जीवन के 84 योनि के चक्र से बाहर होगा |

मंदिर की खासियत


* 300 गाड़ियों की पार्किंग की व्यवस्था है|
* अतिथियों के ठहरने के लिए 70 कमरे बनाए गए हैं।
* एक पुस्तकालय है जिसमें आपको धार्मिक ग्रंथों को पढ़ सकते हैं।
* परिसर में गोविंदा रेस्टोरेंट बनाया गया है। यहां लोगों को शुद्ध शाकाहारी भोजन मिलेगा।