राबड़ी देवी भारतीय राजनीतिज्ञ हैं, जिन्होंने बिहार की मुख्यमंत्री के रूप में तीन कार्यकाल पूरे किए। वह बिहार की पहली और अब तक की एकमात्र महिला मुख्यमंत्री हैं। वर्तमान में, वह बिहार विधान परिषद की सदस्य (MLC) और विपक्ष की नेता के रूप में कार्यरत हैं।
उनका राजनीतिक सफर तब शुरू हुआ जब उनके पति लालू प्रसाद यादव, जो 1990 से 1997 तक बिहार के मुख्यमंत्री थे, को चारा घोटाले के आरोप में इस्तीफा देना पड़ा। इसके बाद राबड़ी देवी को मुख्यमंत्री नियुक्त किया गया।
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
राबड़ी देवी का जन्म 1959 में बिहार के गोपालगंज जिले के सलेर कलां गांव में हुआ था। हालांकि, उनके चुनावी हलफनामों में जन्म वर्ष 1953 बताया गया है। उनके पिता का नाम शिव प्रसाद चौधरी और माता का नाम महारजिया देवी है। उनके परिवार में बेटियों के नाम भारतीय मिठाइयों पर रखने की परंपरा है। उनकी तीन बहनों के नाम जलबी, रसगुल्ला, और पान हैं।
उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा अपने गांव के स्कूल में की और केवल पांचवीं कक्षा तक पढ़ाई की। उनके माता-पिता बेटों को बेहतर शिक्षा देते थे, लेकिन बेटियों को दूर भेजने से कतराते थे। उनके तीन भाई प्रभुनाथ यादव, सुभाष प्रसाद यादव, और साधु यादव हैं।
राबड़ी देवी का राजनीतिक करियर
राबड़ी देवी ने 25 जुलाई 1997 को बिहार की मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। यह नियुक्ति तब हुई जब उनके पति लालू प्रसाद यादव को चारा घोटाले के कारण इस्तीफा देना पड़ा। वह 2005 तक मुख्यमंत्री रहीं और वह अविभाजित बिहार की अंतिम मुख्यमंत्री थीं।
उन्होंने राघोपुर सीट से तीन बार बिहार विधानसभा चुनाव जीता। हालांकि, 2010 के चुनावों में वह राघोपुर और सोनपुर दोनों सीटों से हार गईं। 2014 के लोकसभा चुनाव में भी उन्होंने सारण सीट से चुनाव लड़ा लेकिन भाजपा के राजीव प्रताप रूडी से हार गईं।
वर्तमान में, राबड़ी देवी बिहार विधान परिषद की निर्विरोध सदस्य हैं।
राबड़ी देवी पर आलोचनाएं
राबड़ी देवी का मुख्यमंत्री के पद पर आना भारतीय राजनीति का एक अप्रत्याशित और विवादास्पद निर्णय था। वह पारंपरिक गृहिणी थीं और राजनीति में उनका कोई अनुभव नहीं था। उनकी अशिक्षा और अनुभवहीनता के कारण उन्हें कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा। हालांकि, समय के साथ उन्होंने अपनी भूमिका में सुधार किया।
राबड़ी देवी का व्यक्तिगत जीवन
राबड़ी देवी ने 1 जून 1973 को लालू प्रसाद यादव से शादी की। शादी के समय उनकी उम्र मात्र 14 वर्ष थी। यह बाल विवाह था। दोनों के सात बेटियां और दो बेटे हैं।
राबड़ी देवी का विरासत और प्रभाव
राबड़ी देवी बिहार की राजनीति में महिलाओं के लिए एक प्रेरणा बनीं। उन्होंने साबित किया कि चुनौतियों के बावजूद एक महिला नेतृत्व कर सकती है। उनकी यात्रा ने यह दिखाया कि पारंपरिक भूमिका से बाहर निकलकर राजनीति में महिलाओं का योगदान कितना महत्वपूर्ण हो सकता है।
राबड़ी देवी के परिवार के सदस्य
- मीसा भारती (सबसे बड़ी बेटी)
- रोहिणी आचार्य यादव
- चंदा यादव
- रागिनी यादव (विवाह: राहुल यादव, समाजवादी पार्टी नेता)
- हेमा यादव
- अनुष्का यादव (धन्नू) (विवाह: चिरंजीव राव)
- राजलक्ष्मी यादव (विवाह: तेज प्रताप सिंह यादव)
- तेज प्रताप यादव (बड़ा बेटा)
- तेजस्वी यादव (छोटा बेटा)
नोट: रागिनी यादव के पति राहुल यादव समाजवादी पार्टी के पूर्व एमएलसी जितेंद्र यादव के बेटे हैं।