मंदार पर्वत का ऐतिहासिक और पौराणिक विवरण

स्थान:मंदार पर्वत बिहार के बांका जिले में स्थित है, जो भागलपुर से लगभग 30 किलोमीटर की दूरी पर है। यह एक विशाल ग्रेनाइट पहाड़ी है जिसकी ऊँचाई लगभग 700 फीट है। इसके चारों ओर हरियाली और जलाशय इसे बेहद आकर्षक बनाते हैं। पौराणिक महत्व सांस्कृतिक और धार्मिक आकर्षण ऐतिहासिक साक्ष्य और कलाकृतियाँ वर्तमान में मंदार … Continue reading “मंदार पर्वत का ऐतिहासिक और पौराणिक विवरण”

बिहार में ईसाई जनसंख्या 2011 की जनगणना के अनुसार लगभग 1,29,247 है, जो राज्य की कुल जनसंख्या (10.4 करोड़ से अधिक) का लगभग 0.12% है।

बिहार के पुराने चर्च: बिहार के ये ऐतिहासिक चर्च ईसाई समुदाय की सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहर को दर्शाते हैं।

बिहार का इतिहास अत्यंत समृद्ध और विविधतापूर्ण है, जो हजारों वर्षों तक फैला हुआ है। यहाँ बिहार के प्रमुख ऐतिहासिक कालों का संक्षिप्त विवरण दिया गया है:

प्राचीन इतिहास मध्यकालीन इतिहास मुगल काल (सोलहवीं–अठारहवीं सदी ई.) मुगल साम्राज्य के अधीन बिहार एक महत्वपूर्ण प्रशासनिक और आर्थिक क्षेत्र था। इस दौरान बिहार में अपेक्षाकृत शांति बनी रही, हालांकि स्थानीय शासकों और ज़मींदारों के विद्रोह होते रहे। औपनिवेशिक युग स्वतंत्रता के बाद स्वतंत्रता के बाद बिहार 1912 में बंगाल प्रेसीडेंसी से अलग होकर एक … Continue reading “बिहार का इतिहास अत्यंत समृद्ध और विविधतापूर्ण है, जो हजारों वर्षों तक फैला हुआ है। यहाँ बिहार के प्रमुख ऐतिहासिक कालों का संक्षिप्त विवरण दिया गया है:”

बिहारी जी का नया पता, बुद्ध मार्ग पटना, बिहार

पटना के बुद्ध मार्ग में देश का चौथा सबसे बड़ा इस्कॉन मंदिर बन कर तैयार |इसे बनने में बारह साल की लगे। अक्षय तृतीया के पवित्र दिन भव्य इस्कान मंदिर में बांके बिहारी विधिवत रूप से विराजमान हो गए।मंदिर परिसर में राधा-बांके बिहारी, सीताराम, लक्ष्मण एवं हनुमान गौर निताई आदि की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा … Continue reading “बिहारी जी का नया पता, बुद्ध मार्ग पटना, बिहार”

🌿 किशनगंज: बिहार का दार्जिलिंग – इतिहास, चाय और संस्कृति की अनोखी पहचान

पूर्व में पूर्णिया जिले का एक प्रमुख अनुमंडल रहा किशनगंज, 14 जनवरी 1990 को एक स्वतंत्र जिला के रूप में अस्तित्व में आया। यह जिला अपनी भौगोलिक स्थिति के कारण बेहद खास है, क्योंकि यह पश्चिम बंगाल, बांग्लादेश और नेपाल की सीमाओं से सटा हुआ है। ऐतिहासिक रूप से यह क्षेत्र ‘नेपालगढ़’ के नाम से … Continue reading “🌿 किशनगंज: बिहार का दार्जिलिंग – इतिहास, चाय और संस्कृति की अनोखी पहचान”

अद्भुत एकादश रूद्र महादेव मंदिर:मंगरौनी

बिहार के मधुबनी में जिला मुख्यालय से लगभग तीन किलोमीटर की दुरी पर मंगरौनी गांव में एक अद्भुत शिवमंदिर स्तिथ है जिसकी स्थापना वर्ष 1953 में प्रसिद्ध तांत्रिक मुनीश्वर झा द्वारा स्वयं महादेव के आशीर्वाद से पूर्ण हुआ । यहां उपस्थित एकादश स्वरूप काले ग्रेनाइट से बने शिवलिंग की चमक आज भी भक्तों को मंत्रमुग्ध … Continue reading “अद्भुत एकादश रूद्र महादेव मंदिर:मंगरौनी”

जमुई: बिहार का ऐतिहासिक और सांस्कृतिक नगर

जमुई बिहार राज्य के जमुई जिले में स्थित एक नगर और नगरपालिका है। यह जमुई जिले का जिला मुख्यालय भी है। 21 फरवरी 1991 को मुंगेर से अलग होकर इसे नया जिला बनाया गया। यह मुंगेर प्रमंडल का हिस्सा है। यह नगर मुंगेर से लगभग 60 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में स्थित है। ऐतिहासिक महत्व जमुई का … Continue reading “जमुई: बिहार का ऐतिहासिक और सांस्कृतिक नगर”

बिहार को मिला पहला ज़ू सफारी ,CM नीतीश ने किया उद्घाटन

बिहार में पर्यटको को मिला आज एक उपहार CM ने नालंदा के राजगीर स्थित जू सफारी का आज उद्घाटन किया।यहां जंगली जानवर खुले में घूमते दिखेंगे, जबकि पर्यटक पिंजरेनुमा बंद बस में घूमेंगे। 250 रुपए की टिकट लेकर जू सफारी का आनंद ले सकते हैं। सैलानी घर बैठेऑनलाइन टिकट भी बुक करा सकते हैं।इसके लिए … Continue reading “बिहार को मिला पहला ज़ू सफारी ,CM नीतीश ने किया उद्घाटन”

Rohtas-Sunlight-Watch

रोहतास जिले के डेहरी ऑन सोन में आज भी लगभग डेढ़ सौ वर्ष पुरानी धूप घड़ी प्रयोग में है।यह घडी सूर्य की धूप से काम करती है।धूप घड़ी में हिन्दी और रोमन के अंक अंकित हैं। डेहरी के ¨सचाई यांत्रिक प्रमंडल स्थित यह धूप घड़ी, जिसे ब्रिटिश शासन काल में 1871 में स्थापित बनाया गया … Continue reading “Rohtas-Sunlight-Watch”

Munger

मुंगेर भारत के बिहार राज्य में का एक जुड़वां शहर है जुड़वां शहर में गंगा नदी के दक्षिणी तट पर स्थित मुंगेर और जमालपुर शामिल हैं। मुंगेर को गुप्तों (चौथी शताब्दी सीई) द्वारा स्थापित किया गया था मुंगेर मुगल काल और ब्रिटिश राज के दौरान पूर्वी भारत और अविभाजित बंगाल के प्रमुख शहरों में से … Continue reading “Munger”