बिहार के मुख्यमंत्री और जातीय समीकरण का इतिहास

भारत की आज़ादी के बाद बिहार में सबसे पहले डॉ. श्रीकृष्ण सिंह (Kayastha जाति) मुख्यमंत्री बने। उनके बाद से अब तक कई जातियों के नेताओं ने मुख्यमंत्री का पद संभाला।हालाँकि अगर जातीय आधार पर देखें तो सबसे लंबे समय तक यादव समाज (OBC) ने मुख्यमंत्री की कुर्सी पर कब्ज़ा जमाए रखा, जबकि दलित समाज से … Continue reading “बिहार के मुख्यमंत्री और जातीय समीकरण का इतिहास”

बिहार की राजनीति और राजनीतिक इतिहास

परिचय भारत के राजनीतिक नक्शे में बिहार हमेशा एक अहम स्थान रखता आया है। यह राज्य न केवल ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर के लिए जाना जाता है, बल्कि देश की राजनीति में भी अपनी मजबूत पहचान रखता है। बिहार ने स्वतंत्रता संग्राम से लेकर आधुनिक भारतीय राजनीति तक कई निर्णायक क्षणों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई … Continue reading “बिहार की राजनीति और राजनीतिक इतिहास”

अजगैबीनाथ मंदिर सुल्तानगंज: देवघर बाबा बैद्यनाथधाम से जुड़ी पौराणिक कथा और महत्व

अजगैबीनाथ मंदिर बिहार के भागलपुर जिले के सुल्तानगंज में स्थित एक प्रसिद्ध शिव मंदिर है। यह मंदिर गंगा नदी के किनारे विशाल ग्रेनाइट चट्टान पर बना हुआ है और अपनी धार्मिक मान्यताओं व पौराणिक कथाओं के कारण विशेष महत्व रखता है। खास बात यह है कि अजगैबीनाथ मंदिर का सीधा संबंध झारखंड के बाबा बैद्यनाथधाम, … Continue reading “अजगैबीनाथ मंदिर सुल्तानगंज: देवघर बाबा बैद्यनाथधाम से जुड़ी पौराणिक कथा और महत्व”

बाबा गरीबनाथ मंदिर, मुजफ्फरपुर, बिहार – कथा और महिमा

रिचय:बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में स्थित बाबा गरीबनाथ मंदिर शिव भक्तों के लिए अत्यंत श्रद्धा का केंद्र है। यह मंदिर ‘गरीबों के नाथ’ भगवान शिव को समर्पित है, जिन्हें भक्त ‘गरीबनाथ बाबा’ के नाम से पुकारते हैं। यह स्थान बिहार का ‘देवों का देव महादेव’ के प्रति अटूट आस्था का प्रतीक है। बाबा गरीबनाथ की … Continue reading “बाबा गरीबनाथ मंदिर, मुजफ्फरपुर, बिहार – कथा और महिमा”

बिहार के प्रमुख शिव मंदिर

1. बाबा गरीबनाथ धाम (मुज़फ़्फरपुर) 2. अजगैबीनाथ मन्दिर (भागलपुर, सुल्तानगंज) 3. ब्रह्मेश्वरनाथ मन्दिर (बक्सर) 4. मुंडेश्वरी धाम (कैमूर, Kaimur) 5. उगना महादेव मंदिर (भवानीपुर, मधुबनी) 6. कुशेश्वरस्थान शिव मंदिर (दरभंगा) 7. सुन्दरनाथ धाम (कुर्साकांटा, आररिया) 8. गुप्तेश्वर महादेव गुफा (Gupteshwar Cave Temple, रोहतास)

बिहार की पहली भोजपुरी फिल्म – गंगा मइया तोहे पियरी चढ़इबो

भोजपुरी सिनेमा का इतिहास बहुत ही समृद्ध और रोचक रहा है। इसकी शुरुआत हुई थी वर्ष 1963 में, जब पहली भोजपुरी फिल्म “गंगा मइया तोहे पियरी चढ़इबो” रिलीज़ हुई। यह फिल्म सिर्फ एक सिनेमा नहीं थी, बल्कि भोजपुरी भाषा और संस्कृति को पहचान दिलाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम था। फिल्म का नाम: गंगा … Continue reading “बिहार की पहली भोजपुरी फिल्म – गंगा मइया तोहे पियरी चढ़इबो”

खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025: बिहार में खेलों का महाकुंभ

बिहार ने पहली बार खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 की मेज़बानी कर एक नया इतिहास रच दिया है। यह खेल महोत्सव 4 मई से 15 मई 2025 तक बिहार के पाँच प्रमुख शहरों — पटना, गया, राजगीर, भागलपुर और बेगूसराय — में आयोजित किया जा रहा है। 📌 आयोजन की प्रमुख बातें: 🏅 कौन-कौन से … Continue reading “खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025: बिहार में खेलों का महाकुंभ”

बिहार और हिंदी साहित्य का अटूट रिश्ता

बिहार भारत का एक ऐसा राज्य है, जिसने न केवल ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहरों में बल्कि हिंदी साहित्य में भी अपना अमूल्य योगदान दिया है। यहां के महान कवियों ने हिंदी साहित्य को नई ऊंचाइयों तक पहुँचाया और देश की राष्ट्रीय चेतना को स्वर दिया। आइए जानते हैं बिहार के उन महान कवियों के बारे … Continue reading “बिहार और हिंदी साहित्य का अटूट रिश्ता”

🌿 महाकवि आरसी प्रसाद सिंह की जीवनी और साहित्यिक योगदान

महाकवि आरसी प्रसाद सिंह हिंदी और मैथिली साहित्य के एक ऐसे स्तंभ रहे हैं, जिन्होंने आधुनिक हिंदी कविता को नई दिशा दी। उनका जीवन, रचनाएँ और शैली आज भी साहित्य प्रेमियों को गहराई से प्रभावित करती है। आइए उनके जीवन और साहित्यिक अवदान पर एक विस्तृत दृष्टि डालें। 👤 जीवन परिचय ✍️ साहित्यिक जीवन की … Continue reading “🌿 महाकवि आरसी प्रसाद सिंह की जीवनी और साहित्यिक योगदान”

आर्यभट्ट – भारत के गौरव और गणित-खगोल के महानाचार्य

प्रस्तावना: भारतीय सभ्यता विश्व की सबसे प्राचीन और समृद्ध सभ्यताओं में से एक है। इस धरती ने कई ऐसे महान विद्वानों को जन्म दिया है, जिन्होंने अपने ज्ञान और अनुसंधान से दुनिया को नए दिशा-सूत्र दिए। ऐसे ही एक महान ज्ञानी थे आर्यभट्ट, जो भारत के प्रथम और सर्वश्रेष्ठ गणितज्ञ और खगोलशास्त्री के रूप में … Continue reading “आर्यभट्ट – भारत के गौरव और गणित-खगोल के महानाचार्य”