भारत के रेलवे इतिहास में जमालपुर रेलवे वर्कशॉप एक ऐतिहासिक मील का पत्थर है। 8 फरवरी 1862 को बिहार के मुंगेर जिले में ईस्ट इंडिया रेलवे द्वारा स्थापित, यह वर्कशॉप एशिया की सबसे पुरानी और सबसे बड़ी रेलवे वर्कशॉप मानी जाती है। यह भारत की पहली पूर्ण रेलवे वर्कशॉप थी, जिसने लोकोमोटिव मरम्मत और निर्माण कार्यों की नींव रखी।
🚂 ऐतिहासिक योगदान और उपलब्धियाँ
जमालपुर वर्कशॉप ने भारतीय रेलवे के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। यह न केवल लोकोमोटिव्स की मरम्मत करती है, बल्कि कई महत्वपूर्ण यांत्रिक उपकरणों और रेल घटकों का निर्माण भी करती है। विविध निर्माण गतिविधियों और उच्च तकनीकी दक्षता के कारण यह कार्यशाला आज भी भारतीय रेलवे की रीढ़ बनी हुई है।
🏭 मुख्य विशेषताएँ:
- स्थान: मुंगेर, बिहार
- स्थापना: 8 फरवरी 1862
- कुल क्षेत्रफल: 5,74,654 वर्ग मीटर
- कर्मचारी संख्या: 11,485
- मशीनरी और उपकरण: 1,628 यूनिट
- ऊर्जा खपत: 7 MVA
⚙️ प्रमुख कार्यक्षेत्र:
- लोकोमोटिव्स की ओवरहॉलिंग और मरम्मत
- वैगनों और अन्य रेलवे उपकरणों का निर्माण
- रेलवे यांत्रिक कलपुर्जों का विकास
- आधुनिक तकनीकों का समावेश और अनुसंधान
🌟 जमालपुर वर्कशॉप का गौरव:
इस वर्कशॉप ने भारतीय रेलवे को आत्मनिर्भर बनाने में बड़ी भूमिका निभाई है। यह कार्यशाला तकनीकी नवाचार, कार्य दक्षता और कार्यबल की प्रतिबद्धता का एक शानदार उदाहरण है।
🔧 जमालपुर रेलवे वर्कशॉप न केवल बिहार की शान है, बल्कि यह भारतीय रेलवे के गौरवशाली इतिहास का एक अद्वितीय प्रतीक भी है।