अररिया, बिहार के उत्तर-पूर्वी हिस्से में स्थित एक प्रमुख जिला है, जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता, सांस्कृतिक विरासत, और पर्यावरणीय विविधता के लिए जाना जाता है। अररिया पर्यटन की दृष्टि से यह जिला कई अद्वितीय विशेषताओं से भरपूर है।
कंचनजंगा का दृश्य – अररिया की एक अद्भुत खासियत
यहाँ की एक अद्वितीय बात यह है कि साफ मौसम में अररिया से हिमालय की प्रसिद्ध चोटी कंचनजंगा का मनोहारी दृश्य देखा जा सकता है। यह नज़ारा प्रकृति प्रेमियों और पर्यटकों के लिए किसी सौगात से कम नहीं है — जिसे हम कंचनजंगा दृश्य के नाम से पहचान सकते हैं।
बिहार की नदियाँ और डॉल्फ़िन का प्राकृतिक घर
बिहार की नदियाँ, विशेषकर अररिया में बहने वाली पनार नदी, गंगा की डॉल्फ़िन का प्राकृतिक आवास हैं। इन नदियों में बड़ी संख्या में डॉल्फ़िन पाई जाती हैं, जो इसे डॉल्फ़िन अभ्यारण्य बनाए जाने के लिए आदर्श बनाती हैं।
लेकिन दुर्भाग्यवश, अब तक इस क्षेत्र में डॉल्फ़िन के संरक्षण के लिए कोई आधिकारिक डॉल्फ़िन अभ्यारण्य स्थापित नहीं किया गया है। स्थानीय नागरिकों और पर्यावरण प्रेमियों की माँग के बावजूद सरकारें अब तक इस ओर गंभीर कदम नहीं उठा पाई हैं।
अररिया में शूटिंग हुई फिल्में – तीसरी कसम
अररिया में शूटिंग हुई फिल्मों की बात करें, तो मशहूर हिंदी फिल्म “तीसरी कसम” की शूटिंग यहीं हुई थी। यह अररिया के सांस्कृतिक महत्व को रेखांकित करता है और सिनेमा प्रेमियों को इस ऐतिहासिक स्थान से जोड़ता है।