आप सभी को महाशिवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं।
भोलेनाथ की कृपा आप पर सदैव बनी रहे, जीवन में सुख, शांति, स्वास्थ्य और सफलता की प्राप्ति हो।
हर वर्ष फाल्गुन मास की चतुर्दशी को मनाई जाने वाली महाशिवरात्रि भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह का पावन दिन है। यह पर्व विशेष रूप से शिव भक्तों के लिए अत्यंत शुभ और पुण्यदायी माना जाता है।
महाशिवरात्रि का महत्व (Significance of Mahashivratri)
महाशिवरात्रि का अर्थ है – ‘शिव की महान रात्रि’। यह दिन भगवान शिव के ‘तांडव नृत्य’ और माता पार्वती से उनके पावन विवाह की स्मृति में मनाया जाता है। मान्यता है कि इस रात्रि में सच्चे मन से की गई पूजा, उपवास और ध्यान से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
पूजन विधि (Puja Vidhi)
- प्रातः स्नान कर साफ वस्त्र धारण करें।
- शिवलिंग पर जल, दूध, शहद, बेलपत्र, भस्म और धतूरा अर्पित करें।
- “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का जप करें।
- रात भर शिव कथा, भजन-कीर्तन व ध्यान करें।
उपवास का महत्व
महाशिवरात्रि का व्रत ब्रह्मचर्य और संयम से किया जाता है। इसे करने से आत्मशुद्धि और आध्यात्मिक जागरण की प्राप्ति होती है।
